गवर्नेंस

विशेषज्ञता और अनुभव के ज़रिए
मार्गदर्शन

भारत की एक प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनी होने के साथ, पारदर्शी और व्यवहार-कुशल ऑर्गेनाइज़ेशन होने के नाते हम इंडस्ट्री में सकारात्मक आदर्श स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को अच्छी तरह से समझते हैं. वैश्विक मानदंडों का पालन करते हुए नैतिकता और अखंडता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता लंबी अवधि में अपने स्टेकहोल्डर के हितों की रक्षा के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है.

59 वर्ष

बोर्ड के सदस्यों की
औसत आयु

3 वर्ष

औसत अवधि
औसत आयु

30+ वर्ष

बोर्ड के सदस्यों का औसत अनुभव
औसत आयु

बोर्ड की संरचना और बोर्ड कमिटी

  • −   Audit committee
  • −   Risk management committee
  • −   Credit committee
  • −   Nomination and remuneration committee
  • −   Stakeholders relationship committee
  • −   Corporate social responsibility committee
  • −   IT strategy committee

हमारे माननीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में विशेष प्रोफेशनल्स शामिल हैं जिन्होंने विविध क्षेत्रों में अपनी विशेषज्ञता दर्ज की है, जैसे कि बैंकिंग, फाइनेंस, रिस्क मैनेजमेंट, नियामक से संबंधित मामले और टेक्नोलॉजी. डिजिटलाज़ेशन का महत्व और इससे संबंधित जोखिमों को दर्शाते हुए हम विशिष्ट रूप से आईटी एक्सपर्ट्स को नॉन-एक्ज़ीक्यूटिव/इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स के रूप में शामिल करते हैं. बोर्ड हमारे बिज़नेस मॉडल, प्रोसेस और संपूर्ण इंडस्ट्री के विषय में गहरी जानकारी रखते हैं. बोर्ड के सदस्यों को कंपनी से जुड़े मामलों, इंडस्ट्री में चल रहे रुझानों और नियामक से जुड़े दिशानिर्देशों के बारे में नियमित रूप से अवगत करवाया जाता है. नए नियुक्त किए गए डायरेक्टर्स को विस्तृत रूप से बिज़नेस प्रोसेस के बारे में बताया जाता है और शीर्ष कार्यकारी मंडल के साथ उनका परिचय करवाया जाता है और उनकी भूमिकाओं व बिज़नेस ऑपरेशंस से अवगत करवाया जाता है. निरंतर अध्ययन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिष्ठित ऑर्गेनाइज़ेशन द्वारा आयोजित किए जाने वाले सेमिनार में प्रतिभागी बनने पर ज़ोर दिया जाता है.

गवर्नेंस

बोर्ड में विविधता

हमारे बोर्ड में ऐसे लोग शामिल हैं जिन्हें अपने क्षेत्र में व्यापक अनुभव प्राप्त है, वे अलग-अलग ऐकेडमिक बैकग्राउंड से आते हैं, वे कार्य का शानदार अनुभव रखते हैं और कार्य परिवेश में विविधता और समावेशी संस्कृति को प्रोत्साहित करते हैं. हमें गर्व है कि हमारे बोर्ड में महिला इंडिपेंडेंट डायरेक्टर हैं, जो यह दर्शाता है कि हम लैंगिक रूप से सभी को समान अवसर प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमारे बोर्ड की विविधता संबंधित पॉलिसी यह दर्शाती है कि हम समावेशी विचारधारा में विश्वास रखते हैं, जो शानदार कार्य-प्रदर्शन और सफलता का मुख्य कारक है. कंपनी यह बात अच्छी तरह से समझती है कि सफलता के लिए बोर्ड में विविधता का क्या महत्व है और हरदम इसका स्वागत भी करती है. कंपनी का मानना है कि बोर्ड में विविध लोगों के शामिल होने से हम बेहतरीन निर्णय ले पाएंगे क्योंकि इसमें अलग-अलग कौशल, योग्यता, प्रोफेशनल अनुभव, बैकग्राउंड, जेंडर, जातीयता, ज्ञान का समावेश होगा. इसके अलावा, इन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में जितनी अवधि तक कार्य किया और अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई, इसे देखते हुए पता लगता है कि सदस्यों के ये सारे गुण बिज़नेस में उत्तम परिणाम देंगे, प्रतिस्पर्धात्मक लाभ हासिल करेंगे, प्रभावकारी कॉर्पोरेट गवर्नेंस लाएंगे और एक टिकाऊ व संतुलित विकास लाएंगे.

बोर्ड की ज़िम्मेदारियां

मैनेजमेंट लघु और दीर्घ अवधि में स्टेकहोल्डर्स के हितों का ध्यान किस तरह से रखता है, इसका निरीक्षण करने में बोर्ड मुख्य भूमिका निभाता है. कंपनी प्रयासरत रहती है कि वह एक प्रभावी, इंडिपेंडेंट और गहरी सूझबूझ रखने वाला बोर्ड बनाए रखे. बोर्ड विभिन्न कमिटियों सहित कंपनी के मैनेजमेंट को नेतृत्व और मार्गदर्शन प्रदान करता है और कंपनी के स्टेकहोल्डर्स के सर्वोत्तम हितों की रक्षा के लिए निर्देशन व निरीक्षण करता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कंपनी में सुचारु रूप से कार्य हो रहा है. बिज़नेस से जुड़े अपडेट्स, फाइनेंशियल्स, क्रेडिट मूल्यांकन, मानव संसाधन, रिस्क मैनेजमेंट और कार्यनीति सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बोर्ड हर तिमाही नियमित रूप से मीटिंग करता है. कमिटी के निर्णय बोर्ड के साथ निरंतर साझा किए जाते हैं. बोर्ड और वरिष्ठ मैनेजमेंट हर तिमाही या आवश्यकतानुसार मीटिंग करते रहते हैं. इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स अलग-अलग मीटिंग आयोजित करते हैं और पूरी तरह से स्वतंत्रता सुनिश्चित करते हैं. पिछले फाइनेंशियल वर्ष के दौरान वर्चुअल मीटिंग आयोजित की गई थी. इसके अलावा, बोर्ड वार्षिक रूप से मीटिंग करता है, ताकि कंपनी के बिज़नेस प्लान को अप्रूव किया जा सके. चयनित क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों के संबंध में अपनी कमिटी के ज़रिए बोर्ड वरिष्ठ मैनेजमेंट को सम्मिलित भी करता है. रिस्क मैनेजमेंट कमिटी सीआरओ से भी मिलती है और ऑडिट कमिटी इंटरनल ऑडिट हेड से मिलती है, वह भी मैनेजमेंट की मौजूदगी के बिना ताकि वे स्वतंत्र रूप से अपनी भूमिकाएं निभा सकें. एफवाई23 में बोर्ड मीटिंग में औसत उपस्थिति 89% थी. सभी बोर्ड मीटिंग में वरिष्ठ मैनेजमेंट के सभी सदस्यों ने उपस्थिति दर्ज की. इसके अलावा, वरिष्ठ मैनेजमेंट के सदस्य कमिटी मीटिंग में भाग लेते हैं, साथ-साथ अपनी ज़िम्मेदारियों के संबंध में मीटिंग करते हैं.

नैतिक आचरण के लिए पॉलिसी की रूपरेखा

हमारा बोर्ड नियामक आवश्यकताओं के अनुसार व्यापक रूप से आचार संहिता का पालन करता है, जो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स सहित सभी नॉन-एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर्स पर लागू होता है. जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए यह संहिता व्यवसाय-संबंधी संहिता, आचरण, नैतिकता और संचालन पर ज़ोर देती है. इसके अलावा, एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर्स और वरिष्ठ मैनेजमेंट के लिए हमारे पास विशेष आचार संहिता है. नैतिकता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हमने विभिन्न पॉलिसियां और फ्रेमवर्क शुरू किए हैं. ये कॉर्पोरेट गवर्नेंस को कवर करते हैं, इंटरनल ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगाते हैं, संबंधित पार्टी से ट्रांज़ैक्शन करने पर रोक लगाते हैं, यौन उत्पीड़न की रोकथाम करते हैं और सीएसआर व उचित व्यवहार कार्यान्वित करते हैं. हमारे मैनेजमेंट, कर्मचारियों और स्टेकहोल्डर्स को नियमित रूप से इन पॉलिसियों के बारे में बताया जाता है.

रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क

कंपनी ने रिस्क मैनेजमेंट कमिटी का गठन किया है. कमिटी की संपूर्ण जानकारी और इसके रेफरेंस से संबंधित शर्तें कॉर्पोरेट गवर्नेंस रिपोर्ट में निर्धारित की गई हैं, जोकि इस रिपोर्ट का एक हिस्सा हैं. बोर्ड रिस्क मैनेजमेंट से संबंधित सभी मुद्दों के लिए एक सर्वोच्च गवर्नेंस संस्था है. यह प्रत्यक्ष और रिस्क मैनेजमेंट कमिटी, ऑडिट कमिटी, आईटी स्ट्रेटिजी कमिटी और एएलसीओ के ज़रिए रिस्क मैनेजमेंट के निरीक्षण का कार्य करता है.

रिस्क मैनेजमेंट प्रोसेस को उचित रूप से परिभाषित की गई पॉलिसियों द्वारा निर्देशित किया जाता है, जोकि विभिन्न तरह की रिस्क कैटेगरी के लिए उपयुक्त होती हैं. बोर्ड की उप-कमिटी द्वारा उपयोग की जाने वाली विधियों द्वारा इनका आवधिक रूप से सत्यापन और निरीक्षण किया जाता है. कंपनी के पास अपनी रिस्क मैनेजमेंट पॉलिसी है, जिसके तहत कंपनी अपने द्वारा सामना किए जाने वाले रिस्क को पहचानती है और इनका मूल्यांकन करती है. इसके अलावा, कंपनी बिज़नेस की निरंतरता को भी देखती है, ताकि वह सुनिश्चित कर पाए कि उनके विस्तृत कस्टमर बेस को सुचारु रूप से सर्विस मिल रही है, आपदा प्रबंधन की योजनाएं कार्य कर रही हैं और सूचना एवं साइबर सिक्योरिटी पॉलिसियां अच्छी तरह से काम कर रही हैं. आपकी कंपनी का मानना है कि मौके वहीं बनते हैं जहां रिस्क होते हैं. कंपनी की शुरुआत के बाद से, अपने सिद्धांतों के अनुसार वे कंपनी के लिए एक खास जगह बनाना चाहते थे और उनकी इच्छा थी कि यह एक फायदेमंद बिज़नेस साबित हो. यह बात कंपनी के फाइनेंशियल्स में निरंतर लिक्विडिटी के रूप में प्रदर्शित भी होती है. कंपनी इस बात को लेकर बहुत ही स्पष्ट है कि किसी विशिष्ट हाउसिंग फाइनेंस बिज़नेस में एसेट-लायबिलिटी की समस्या से किस तरह से निपटा जाए.

जिस तरह से वैश्विक परिदृश्य में लगातार परिवर्तन हो रहे हैं, इससे कंपनियों को इस बात का संकेत मिल रहा है कि वे अपनी पूर्वधारणाओं का पुनर्मूल्यांकन करें और नए परिचालन परिवेश के अनुसार कार्यनीतियां बनाएं. साथ ही, कंपनी व्यक्तियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे और प्रभावी रूप से बड़े खतरों को पहचाने और इनसे आक्रामकता से निपटे. एडवांस टेक्नोलॉजी से सुसज्जित हमारे रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क ने कोविड-19 जैसी चुनौतियों का मुकाबला करने की हमारी तैयारी को बढ़ा दिया है. इस फ्रेमवर्क की मदद से हम आसानी से न केवल खतरों को पहचान सकते हैं, बल्कि रियल-टाइम में इनका निरीक्षण कर इनसे मुकाबला भी कर सकते हैं. और हमारे बिज़नेस लक्ष्य भी सुचारु रूप से साथ-साथ चलते रहते हैं. तीन सुरक्षा परतों के ज़रिए हम बिज़नेस मैनेजर, रिस्क मैनेजमेंट, अनुपालन कार्य, इंटरनल ऑडिट के कार्य को एकसाथ सुरक्षित करते हैं, ताकि खतरों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके.

कंपनी उचित लेंडिंग प्रैक्टिस को महत्व देती है और जोखिम दूर करने के लिए उपयुक्त उपायों का पालन भी करती है, जिसमें क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो से प्राप्त क्रेडिट के विवरण का सत्यापन, कस्टमर के बिज़नेस और आवास की व्यक्तिगत रूप से जांच, तकनीकी और कानूनी रूप से सत्यापन, कंज़र्वेशन लोन-टू-वैल्यू और इंश्योरेंस के लिए आवश्यक शर्त शामिल हैं.

क्रेडिट, मार्केट, ऑपरेशनल, लिक्विडिटी और साइबर सिक्योरिटी जैसे बड़े-बड़े जोखिमों का निवारण बोर्ड द्वारा अप्रूव की गई पॉलिसियों के ज़रिए किया जाता है और एक्ज़ीक्यूटिव रिस्क मॉनिटरिंग कमिटी इसका निरीक्षण करती है. कंपनी उचित लेंडिंग प्रैक्टिस को महत्व देती है और जोखिम दूर करने के लिए उपयुक्त उपायों का पालन भी करती है. इसमें कंज़र्वेटिव लोन पैरामीटर और इंश्योरेंस कवरेज को कार्यान्वित करने सहित मूल्यांकन के ज़रिए क्रेडिट के विवरण को सत्यापित करना शामिल है. कंपनी ने टेक्नोलॉजी और एनालिटिक्स की मदद से एक ज़बरदस्त रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क तैयार किया है. कंपनी की अंडरराइटिंग स्किल बहुत ही प्रभावशाली है, जिससे इसे क्रेडिट के जोखिमों को दूर करने में मदद मिलती है. ज़बरदस्त कस्टमर मूल्यांकन मानक भी क्रेडिट के जोखिमों को दूर करने में कंपनी की मदद करते हैं. इसके अलावा, कंपनी की इंटरनल कैपिटल एडिक्वेसी एसेसमेंट प्रोसेस (आइसीएएपी) बिज़नेस से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जोखिमों का मूल्यांकन करती है.

हमारा रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क जोखिमों से होने वाले प्रभावों को दूर करने में हमारी मदद करता है. साथ ही, यह रिस्क मैनेजमेंट कमिटी द्वारा अनुपालन और नियमित रिव्यू को सुनिश्चित करते हुए मार्केट अवसरों के अनुसार पूंजी लगाता है. फाइनेंशियल वर्ष में रिव्यू के दौरान, रिस्क मैनेजमेंट कमिटी कंपनी के बिज़नेस से संबंधित जोखिमों की जांच करती है, इसके मुख्य कारण का विश्लेषण करती है और इसे दूर करने के लिए उपयोग होने वाले उपायों की प्रभावकारिता का निरीक्षण भी करती है.

अतिरिक्त पॉलिसियां

आरबीआई/सेबी/एमसीए विनियमों और कंपनी पर लागू विभिन्न अन्य कानूनों के संबंध में और उचित कॉर्पोरेट गवर्नेंस का हिस्सा होने के नाते व मज़बूत आतंरिक नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए, बोर्ड ने कई पॉलिसियां स्वीकार की हैं और समय-समय पर वह इन पॉलिसियों का निरीक्षण भी करता है.

हमने एक कॉम्प्रिहेंसिव व्हिसल-ब्लोअर पॉलिसी लागू की है, जो कर्मचारियों को ऑर्गेनाइज़ेशन में होने वाली किसी भी अनियमितता या उल्लंघन की रिपोर्ट करने का अधिकार प्रदान करती है. व्हिसल-ब्लोअर से संबंधित पॉलिसी के ज़रिए प्रत्यक्ष रूप से ऑडिट कमिटी के चेयरपर्सन से संपर्क किया जा सकता है, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है. इसके अलावा, हमने अपने कस्टमर्स के लिए एक मज़बूत शिकायत निवारण प्रणाली कार्यान्वित की है, जो तुरंत ही कस्टमर्स की समस्याओं को हल करती है. शेयरहोल्डर्स की शिकायतों को विश्वसनीय ईमेल एड्रेस के ज़रिए ध्यानपूर्वक देखा जाता है और हमारे कम्प्लायंस और इन्वेस्टर रिलेशन टीम के द्वारा अच्छी तरह से इनकी जांच-परख की जाती है. उत्तराधिकार योजना, आउटसोर्सिंग, एंटी-करप्शन व एंटी-ब्राइबरी, इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी और साइबर क्राइसिस मैनेजमेंट के संबंध में हमारे पास बोर्ड द्वारा अप्रूव की गई पॉलिसियां हैं, जो सुनिश्चित करती हैं कि वैधानिक आवश्यकताओं का पालन किया जा रहा है.

एंटी-मनी लॉन्डरिंग (एएमएल)

हमारे ऑर्गेनाइज़ेशन की नो कस्टमर (केवाईसी) और एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) पॉलिसी बहुत ही मज़बूत है, यह भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के दिशानिर्देशों और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के अनुसार है. यह पॉलिसी बोर्ड द्वारा अप्रूव की गई है और इसमें कस्टमर स्वीकृति पॉलिसी, कस्टमर के पहचान से संबंधित प्रोसीजर और रिस्क मैनेजमेंट व ट्रांज़ैक्शन मॉनिटरिंग जैसे महत्वपूर्ण अंश शामिल हैं. हम कस्टमर के संपूर्ण जीवनकाल तक ध्यानपूर्वक इन दिशानिर्देशों का निरीक्षण करते हैं. इसके अलावा, हमने एंटी-करप्शन और एएमएल कार्यप्रणाली के विषय में केंद्रित और प्रभावी प्रशिक्षण देने के लिए एक योजनाबद्ध ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार किया है.

एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग पहल के संबंध में, आरबीआई एचएफसी सहित एनबीएफसी को दिशानिर्देश देती है कि वह कस्टमर की पहचान के लिए सारे प्रोसीजर का पालन करे, ताकि संदिग्ध लगने वाले ट्रांज़ैक्शन की जांच-पड़ताल हो सके और जल्द से जल्द इनकी रिपोर्ट हो पाए. आरबीआई के दिशानिर्देशों के संबंध में, कंपनी समय-समय पर मनी लॉन्ड्रिंग पर कार्रवाई करती है और टेररिस्ट फाइनेंशियल रिस्क का मूल्यांकन भी करती है. साथ ही, मनी लॉन्ड्रिंग और टेररिस्ट फाइनेंशियल रिस्क को दूर करने के लिए जांच-पड़ताल करती है और प्रभावी उपायों को उपयोग में लाती है.